जयपुर.कुख्यात बदमाश आनंदपाल सिंह व उसका भाई विक्की आर्थिक तंगी से परेशान चल रहे है। ऐसे में दोनों को फरारी काटने में परेशानी हाे रहे है। इसके लिए दोनों भाई और गैंग के सदस्य खुद कुचामन, डीडवाना व बीकानेर के सटोरियों के पास वसूली करने आते है। वसूली की राशि नहीं देने पर सटाेरियों को अगवा कर धमकाते है। इसका फायदा सटोरियों को भी मिलता है। वह आनंदपाल व उसकी गैंग के साथियों से नाम से बाजार से आसानी से पैसे ले लेते है।
यह खुलासा आनंदपाल सिंह के साथी महिपाल उर्फ मोंटी ने एसओजी की पूछताछ में किया है। मोंटी ने एसओजी की पूछताछ में फरारी में सहयोग करने वाले लोगों व गैंग के सदस्यों को हथियार व कारतूस उपलब्ध कराने वाले बदमाशों को खुलासा किया है। पूछताछ के आधार पर एसओजी संबंधित जिले की पुलिस की मदद से आरोपियों को पकड़ने के लिए दबिश दे रही है। मंगलवार को एसओजी ने हिम्मत सिंह हत्या के आरोपी लक्ष्मण सिंह उर्फ लक्सा को शिनाख्त परेड के लिए जेल भेज दिया। एसओजी लक्ष्मण सिंह को वापस रिमांड पर लेगी।
भरतिया 12 अगस्त तक रिमांड पर
गैंगस्टर आनंदपाल सिंह के फाइनेंसर और जमीनों के धंधे का मुख्य संचालक सुजानगढ़ पुलिस थाने के हिस्ट्रीशीटर निर्मल भरतिया को स्थानीय पुलिस ने 29 लाख रुपयों की धोखाधड़ी के एक मामले में गिरफ्तार किया है। उसे अदालत मेंं पेश करके 12 अगस्त तक पुलिस रिमांड पर लिया है।
हाल ही में आनंदपाल की बेनामी जमीन के रूप में पुलिस द्वारा कुर्क करवा कर अपनी तहबील में ली गई मेगा हाईवे स्थित करोड़ों की कीमती 190 बीघा 17 बिस्वा भूमि के संबंध में गत वर्ष दर्ज हुए एक मामले में यहां उसकी गिरफ्तारी की गई है।
थानाधिकारी नागरमल कुमावत ने बताया आरोपी निर्मल कुमार भरतिया ने गांव निम्बी जोधा के हाजी इब्राहिम दीन पंवार से 10 फरवरी 2014 को जमीन का इकरारनामा 16 करोड़ में से 10 प्रतिशत पार्टनरशिप का किया। जबकि निर्मल भरतिया इस जमीन उक्त तिथि को मालिक ही नहीं था। उसने हाजी इब्राहिम दीन पंवार से 29 लाख रुपए जमीन पेटे प्राप्त किए थे। इसके बाद भरतिया ने हाजी इब्राहिम दीन को न तो जमीन दी और न उसके दिए रुपए वापस लौटाए। थानाधिकारी ने बताया कि निर्मल भरतिया सीताराम चौधरी फायरिंग मामले में तथा हत्या व अपहरण के मामले में जेल भी जा चुका है। वह सुजानगढ़ पुलिस थाने का हिस्ट्रीशीटर है।
आनंदपाल का हिस्सा रखता था अलग
निर्मल भरतिया बड़ा भूमाफिया है, जो किसी भी विवादित भूमि का सौदा कर लेता है तथा उसमें आनंदपाल सिंह का हिस्सा अलग रखता है। आनंदपाल सिंह अपने चाचा दामोदर सिंह के माध्यम से इस भूमि से करोड़ों रुपए ऐंठ चुका है। पुलिस को उम्मीद है कि भरतिया से पूछताछ में अनेक जमीनों व अपराधों के बारे में खुलासा हो पाएगा तथा आनंदपाल के संबंध में भी जानकारियां मिल सकेंगी।
यह था मामला
निम्बी जोधा गांव के हाजी इब्राहिम दीन पंवार ने पुलिस में कोर्ट के जरिए एक रिपोर्ट गत वर्ष 7 जुलाई 2015 को दर्ज करवाई। जिसमें उसने निर्मल भरतिया पर आरोप लगाया कि उसने गांव खानपुर की मेगा हाईवे पर आई हुई 190 बीघा 17 बिस्वा जमीन के लिए जमीन के मालिक खुर्शीद तेली से विवाद खत्म करने एवं उसके बदले 16 करोड़ रुपए का भुगतान उसे करने के लिए 10 प्रतिशत का पार्टनर उस भूमि में बनने का प्रस्ताव रखा। जिस पर भरोसा करके उसे दस प्रतिशत राशि 1 करोड़ 60 लाख रुपए में से 25 लाख रुपए नकद दिए और शेष राशि रजिस्ट्री के समय देने का तय किया। इस जमीन खसरा नं. 191, 167, 168, 189 व 69 का बेचान रुपए देने के दो दिनों बाद ही निर्मल भरतिया व अन्य ने चुपचाप अपने पक्ष में करवा लिया। जिसकी जानकारी उसे नहीं होने दी तथा उसके नाम के 10 प्रतिशत हिस्से का बेचान भी उनके पक्ष में नहीं करवाया। इसके बाद मुल्जिमान ने उसे एक अन्य भूमि को निर्विवाद बता कर रोही खानपुर की खसरा नं. 734/191 की 5 बीघा भूमि के लिए 4 लाख रुपए और प्राप्त किए तथा उस जमीन की रजिस्ट्री उसके नाम से 25 फरवरी 2014 को करवा दी। जबकि उस जमीन के बारे में भी एसडीओ कोर्ट व एडीजे कोर्ट में मुकदमे लंबित थे और इसी कारण उस जमीन का नामांतरण नहीं करवाया जा सका। इस प्रकार निर्मल भरतिया व अन्य ने उसके साथ छल किया और 29 लाख रुपए हड़प लिए। इस प्रकरण को पुलिस ने धारा 420, 467, 468, 471, 120 बी आईपीसी के तहत दर्ज करके जांच शुरू की।